60+ दिल को छू लेने वाली बेहतरीन सैड शायरी, Sad Shayari in Hindi
Sad Shayari दिल की वे भावनाएं हैं जिन्हें शब्दों में ढालना मुश्किल होता है। यह Shayari उन पलों को व्यक्त करती है जब हम अपनी जिंदगी के सबसे कठिन समय से गुजरते हैं। Sad Shayari की ताकत यही है कि यह हमें उन पलों से जोड़ती है, जहां हम अकेलेपन में भी अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं।
Sad Shayari सिर्फ शब्दों का संग्रह नहीं, बल्कि यह दिल की उन गहराइयों की कहानी है जिसे हम कभी-कभी खुद से भी छिपाने की कोशिश करते हैं। यह शायरी हमें यह एहसास दिलाती है कि हम अकेले नहीं हैं, हमारे जैसे और भी लोग हैं जिन्होंने दर्द सहा है और इसे खूबसूरत शब्दों में ढालकर अमर कर दिया है। इस आर्टिकल पर हम आपको ऐसी ही बेहतरीन Sad Shayari प्रस्तुत करेंगे जो आपके दिल की बातों को शब्दों में ढालने का काम करेगी। Shayari in hindi
Sad Shayari
Sad Shayari in hindi
दर्द बनकर ही रह जाओ अब,
प्यार बनोगे तो बिछड़ जाओगे।
जख्म दे कर ना पूछ तू मेरे दर्द की शिद्दत,
दर्द तो फिर दर्द है कम क्या ज्यादा क्या।
बर्बाद कर गए वो एक बेवफा की मोहब्बत,
पहले इश्क़ फिर दोस्ती और अब जिंदगी।
तन्हाईयों में मुस्कुराना इश्क़ है,
एक बार कहकर फिर चुप हो जाना इश्क़ है।
कितना दर्द छुपा है दिल मे,
लेकिन आँखें रोने नहीं देती।
काश कोई इस दर्द की दवा भी लाता,
सुकून से जीने की वजह भी लाता।
मेरी तकदीर में जलना है तो जल जाऊंगा,
तुमने चाहा था कि मैं खाक हो जाऊं।
एक उम्मीद मिली थी तुम्हारे आने से,
अब वो भी टूट गई इंतजार की तरह।
ज़िंदगी से कितना नफ़रत है मुझे,
तुमसे मिलने के बाद ये पता चला।
मेरे जाने से शायद वो खुश हैं,
मैंने उन्हें बेवफाई में देखा है।
किस तरह भुला दूं उस बेवफा को,
मौत भी आ जाये तो उसकी याद में।
तेरे सिवा कौन है इस दिल के करीब,
ये दर्द नहीं सहेगा अब और भी।
अब ना कोई ख्वाब रहा, ना कोई हसरत,
सब कुछ खो गया तेरे जाने के बाद।
वक़्त के साथ सब कुछ बदल जाता है,
लेकिन मेरे दिल में तुम्हारा ही नाम है।
मैंने सब कुछ लुटा दिया तेरे प्यार में,
अब बचा क्या है इस टूटे हुए दिल में।
कुछ इस तरह खुद को भुला लिया मैंने,
तेरी याद में हर पल को सजा लिया मैंने।
तू मुझे क्यों भूल गया,
मैंने तो तुझसे इश्क़ किया था।
मेरे दिल का दर्द कोई क्या समझेगा,
जिसने भी दिया है वो खुद बेवफा निकला।
तेरे बिना जीना मुश्किल है,
लेकिन फिर भी जी रहा हूँ, शायद यही मेरी सजा है।
जख्म जब से दिल पर लगे हैं,
तब से हर दर्द का इलाज हूँ।
मुझे छोड़ कर वो खुश हैं,
मैंने उन्हें खुदा मान लिया।
किस्मत में बिछड़ना लिखा था,
लेकिन हमने प्यार का दामन नहीं छोड़ा।
अब तो आंसू भी नहीं आते,
दिल को हर दर्द से राहत मिल गई है।
कोई तो समझेगा मेरी तन्हाई,
वरना मैं तो खुद ही तन्हा मर जाऊंगा।
वफ़ा की उम्मीद छोड़ दी है मैंने,
अब तो सिर्फ़ दर्द को ही अपना लिया है।
इस दिल की तड़प को कौन देखेगा,
हर कोई अपने दर्द को ही बड़ा मानेगा।
तुम्हारी यादें अब भी सताती हैं,
लेकिन अब मैं आंसू नहीं बहाता।
खो दिया हमने उसे जो हमारी ज़िन्दगी थी,
अब तो सिर्फ़ उसकी यादें ही रह गई हैं।
दिल से रोए मगर होंठों से मुस्कुरा बैठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे।
प्यार किया था उससे,
पर उसकी बेवफाई ने हर ख़्वाब तोड़ दिया।
इस दिल में अब कोई ख्वाब नहीं,
तेरे बिना ये खाली सा रह गया है।
मत पूछो दर्द की इन्तहा क्या है,
ये वो जख्म है जो आंखों से नहीं बहता।
किसी ने मुझसे कहा था तुम बहुत हंसते हो,
अब मैं सोचता हूँ कि क्या मुझे हंसना आता है।
दिल टूटने के बाद हर चीज़ से नफ़रत हो जाती है, यहां तक कि खुद से भी।
जिस दिन यादें बन गईं,
उस दिन मौत भी मेरी साथी बन गई।
तेरे बिना अब ज़िन्दगी अधूरी सी लगती है,
जैसे हर खुशी छीन ली हो किसी ने।
मोहब्बत की थी मैंने,
पर उसने सिर्फ़ धोखा दिया।
मेरा दर्द उस रात की तरह है जो कभी ख़त्म नहीं होती।
दिल की आवाज़ सुनने वाला अब कोई नहीं रहा, सबने मुझे अकेला छोड़ दिया।
किस्मत का खेल भी अजीब है,
हमसे वफ़ा करने वाला कोई नहीं मिला।
उसकी यादें दिल में बसाए रखा,
लेकिन वो फिर भी बेवफा निकला।
दर्द को अपने सीने में दफ़न कर लिया,
अब कोई इसे जान नहीं पाएगा।
जिसे दिल से चाहा वो कभी अपना नहीं हुआ,
ये भी एक सच्चाई है ज़िन्दगी की।
तेरे बिना ये दिल उदास रहता है,
जैसे किसी की याद में कोई तन्हा रहता है।
दिल से निकली हुई आहें अब हवा में खो जाती हैं, जैसे किसी का कोई पता नहीं होता।
इस दिल के अरमान अब तुझसे कोई नहीं पूछता, जैसे कोई इसे जानता ही नहीं।
तेरी यादें अब भी मुझे सताती हैं,
जैसे कोई भुलाए भी तो कैसे।
मोहब्बत में सब कुछ हार जाता है,
सिर्फ़ यादें और दर्द रह जाते हैं।
दिल को अब किसी से कोई उम्मीद नहीं,
जैसे किसी ने सब कुछ छीन लिया हो।
तुझसे दूर रहकर भी तुझे याद करता हूँ,
जैसे कोई अपनी ही तन्हाई से डरता है।
मेरी मोहब्बत को समझना तेरे बस की बात नहीं, तूने सिर्फ़ मेरे दिल को तोड़ना जाना।
कोई तो हो जो मेरे दर्द को समझे,
वरना मैं खुद ही अपनी तन्हाई से लड़ता हूँ।
अब तो दर्द ही मेरा साथी बन गया है,
जैसे किसी ने सब कुछ छीन लिया हो।
तेरे बिना अब ज़िन्दगी में कुछ भी नहीं बचा,
जैसे कोई अधूरी कहानी रह गई हो।
दिल से निकली हुई बातें अब हवा में खो जाती हैं, जैसे किसी ने इनकी कोई कद्र नहीं की।
मोहब्बत में सब कुछ खो दिया मैंने,
अब बचा क्या है सिर्फ़ तेरी यादें।
दिल की बात किसी से नहीं कहता,
अब तो सिर्फ़ खुद से ही बातें करता हूँ।
तेरे बिना अब ये दिल उदास रहता है,
जैसे किसी ने इसे तोड़ दिया हो।
अब तो आंसू भी नहीं आते,
जैसे किसी ने इन्हें भी छीन लिया हो।
मोहब्बत में मिले दर्द को अब समझने वाला कोई नहीं,
जैसे किसी ने इस दिल को ही छीन लिया हो।
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